पेट में गांठ का पड़ना जिसे आम भाषा में पेट के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, वही पेट में गांठ के क्या कारण है और साथ ही इसके लक्षणों को जान कर हम कैसे इससे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में बात करेंगे, तो अगर आपके पेट में सूजन व पेट फूलने जैसे कुछ लक्षण नज़र आए तो आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहे, वही इस लेख में हम पेट के गांठ या कैंसर की समस्या से कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में बात करेंगे ;
पेट में गांठ का पड़ना क्या है ?
- सामान्य शब्दों में अगर समझा जाए तो पेट की गांठ को पेट का कैंसर या स्टमक कैंसर भी कहा जाता है। इस स्थिति में पेट बाहर की तरफ आ जाता है या फिर पेट में सूजन आ जाती है, ये गांठ के शुरुआती लक्षण होते है।
- वही पेट में गांठ की अगर बात करें तो ये दो तरह की होती है, जैसे यह नरम भी हो सकती है और कठोर भी हो सकती है।
पेट में गांठ के क्या कारण है ?
- यदि पेट की गांठ व्यक्ति के ऊपरी हिस्से में है तो व्यक्ति को हर्निया की समस्या हो सकती है।
- पित्त में पथरी की वजह से भी व्यक्ति के पेट में गांठ हो सकती है। क्युकि पथरी की वजह से पित्त की थैली बाहर आने लगती है। इसी वजह से गांठ दिखाई देने लगती है। यदि आपके पेट में भी गांठ पित्त की पथरी की वजह से है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में पित्त पथरी की सर्जरी को जरूर करवा लेना चाहिए।
- कैंसर से भी पेट में गांठ बन जाते है। वही इसमें कोलन, लिवर, किडनी और आंत के कैंसर को शामिल कर सकते है।
- क्रोन, जोकि इन्फ्लमेटरी बाउज की बीमारी भी कहलाती है, जिसके कारण पाचन तंत्र की परत पर सूजन होने लगती है।
लक्षण क्या है पेट में गांठ के ?
- पेट में दर्द का होना।
- पेट का फूल जाना।
- गांठ के आसपास जलन का होना।
- भूख में बदलाव का आना।
- जी मिचलाना।
- उल्टी की समस्या का सामना करना।
- छाती में दर्द का होना।
- कब्ज की समस्या।
- मल त्यागने में परेशानी का सामना करना।
- पेट में दबाव जैसा कुछ महसूस होना।
- वजन उठाने में दर्द का सामना करना।
- पेशाब बहुत कम आना।
- यदि गांठ के साथ खून आ रहा हो तो ये कैंसर के लक्षण हो सकते है।
यदि आपको लक्षणों में पेशाब कम आने की मात्रा भी आपमें नज़र आ रहीं है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।
पेट के कैंसर का इलाज क्या है ?
- इसके इलाज में सबसे पहले ऑपरेशन आता है, वही जब भी आपको हार्निया, कैंसर या फिर आंतों में किसी तरह दिक्कत हो तो इसके लिए आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वही ऐसी अवस्था में डॉक्टर ऑपरेशन कराने की सलाह दे सकते है। जिसमें लेप्रोस्कोपी नाम की सर्जिकल प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसके अलावा कीमोथेरेपी की जाती है और इसमें गांठ के आकार को कम किया जाता है। जब गांठ का आकार छोटा हो जाता है, तो कीमोथेरेपी को बंद कर दिया जाता है।
बेस्ट कैंसर हॉस्पिटल ?
अगर आप पेट में गांठ की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इससे बचाव के लिए आपको आर जी यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। वही इस हॉस्पिटल में किडनी में पथरी से लेकर पैट के कैंसर तक का इलाज किया जाता है।
निष्कर्ष :
पेट में गांठ की समस्या काफी खतरनाक मानी जाती है और इस तरह की समस्या से हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में हम उपरोक्त आपको बता चुके।