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The Hidden Dangers of Holding In Your Urine

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The Hidden Dangers of Holding In Your Urine

We often come across with the situation where we must retain urine for longer periods of time than we would choose. Whether it’s because of a busy schedule or the absence of a bathroom, holding in urine can appear to be a minor inconvenience. However, it is However to perceive that there are hidden risks implied with this way of behaving. In this blog post, we’ll talk about the dangers and consequences of holding your urine, highlighting how important it is to see a top urologist in Ludhiana as soon as possible. Let’s dive in!

  1. Understanding the Urinary System:

    Holding urine affects the urinary system’s natural flow and function. When urine is held in the bladder for an extended period, it puts pressure on the bladder and can cause bladder distension. This can gradually weaken the bladder muscles, impairing their ability to contract and empty appropriately.


  2. Risk of Urinary Tract Infections (UTIs):

    Holding in urine for an extended time increases the chance of acquiring urinary tract infections (UTIs). Urine retention in the bladder produces a breeding habitat for bacteria to proliferate, increasing the probability of infection.

  3. Urinary Incontinence:

    Holding in urine regularly can weaken the bladder muscles over time. This deterioration might result in urinary incontinence, a disorder defined by involuntary urine leaking. Urinary incontinence can reduce a person’s quality of life by generating humiliation, mental anguish, and social limitations. Consult the best urologist for appropriate diagnosis and treatment solutions for this ailment.

  4. Bladder and Kidney Damage:

    The bladder is intended to hold a set volume of urine. Holding in urine frequently can cause bladder distension, which causes the bladder to be stretched beyond its capacity. This distension might weaken the bladder muscles and impair the bladder’s capacity to drain completely. It can also induce bladder rupture in severe situations.

  5. Increased Risk of Gallstones:

    While it may appear unrelated, holding in urine can increase the risk of gallstones indirectly. Through the bile ducts, the urinary system and the gallbladder are linked. The concentration of waste materials in the body rises when urine is held. This can change the makeup of bile, causing gallstones to develop. Gallstones can cause discomfort, inflammation, and digestive problems, often requiring gallstones surgery in Ludhiana or other medical procedures.

Conclusion

It is critical to recognize and manage the hidden hazards of urine retention. If left untreated, the risk of urinary tract infections (UTIs) increases considerably, causing discomfort and serious consequences. Furthermore, the bladder and kidneys may be harmed over time, affecting their performance and general urine health. If you have recurrent episodes of holding in urine or other symptoms, it is critical to emphasize regular bathroom breaks and get medical assistance from a urologist. Maintaining your urinary health is critical to your overall health and enjoyment of life. If you have repeated episodes of retaining your urine or if you develop any other symptoms, see the best urologist in Ludhiana at RG Hospital. Prompt action can assist to avoid problems and maintain excellent urinary health.

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Prostate Diseases

प्रोस्टेट की बीमारी के बारे में कैसे जानें ?

प्रोस्टेट ग्रंथि क्या है इसके बारे में कैसे पता लगाया जा सकता है। और प्रोस्टेट ग्रंथि के अंदर कौनकौन से रोग शामिल होते है साथ ही प्रोस्टेट बीमारी किसके साथ जुडी हुई होती है, इसके बारे में हम बात करेंगे।

प्रोस्टेट ग्रंथि क्या है ?

प्रोस्टेट ग्रंथि पुरुषो से जुड़ा हुआ होता है, जिसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में ही होती है। यह एक अखरोट के आकार के बराबर होता है और यह मूत्राशय की ग्रीवा के नीचे मूत्राशय के निकास (मूत्रमार्ग) के इर्दगिर्द मौजूद होता है।

  • तो वही प्रोस्टेट एक दूधिया तरल पदार्थ बनाता है, जो वीर्य का एक अंश होता है और शुक्राणुओं के लिए भोजन के रूप में काम करता है।

यदि आप भी प्रोस्टेट में किडनी की पथरी का सामना कर रहें है, तो हो जाए सावधान।

प्रोस्टेट बीमारी क्या है ?

प्रोस्टेट ग्रंथि क्या है के बारे में तो हमने जान ही लिया है पर अब हम जानेंगे कि प्रोस्टेट बीमारी क्या है ;

  • प्रोस्टेट हार्मोन टेस्टोस्टेरोन द्वारा विनियमित होता है और एक तरल पदार्थ का उत्पादन करता है, जिसे वीर्य कहा जाता है। वीर्य शुक्राणु युक्त तरल पदार्थ है जो वीर्य स्खलन के दौरान मूत्रमार्ग से बाहर निकलता है।

  • जब प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, घातक वृद्धि से ट्यूमर बन जाता है, तो इसे प्रोस्टेट कैंसर या प्रोस्टेट की बीमारी कहा जाता है।

  • प्रोस्टेटाइटिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें प्रोस्टेट ग्रंथि सूज जाती है। अमूमन, सूजन किसी संक्रमण की प्रतिक्रिया के रूप में होती है। लेकिन प्रोस्टेटाइटिस के अधिकांश मामलों में संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिलता।

प्रोस्टेट की बीमारी के बारे में और जानने के लिए यूरोलॉजिस्ट लुधियाना से जरूर संपर्क करें।

प्रोस्टेट का बढ़ावा किस उम्र से होना शुरू होता है ?

प्रोस्टेट का तो पता ही है कि ये पुरुषो से जुडी हुई एक ग्रंथि होती है, तो बात करते है कि इसका बढ़ावा किस उम्र में शुरू हो जाता है ;

  • प्रोस्टेट का बढ़ना , बढ़ती उम्र से जुड़ी एक सामान्य स्थिति है । 50 साल से ज्यादा आयु के लगभग हर तीसरे आदमी में प्रोस्टेट के बढ़ने संबंधी लक्षण पनपने शुरू हो जाते हैं।

  • तो वही कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि जब कोई व्यक्ति 25 वर्ष की आयु तक पहुंचता है, तो उसका प्रोस्टेट बढ़ने लगता है। आयु बढ़ने के साथसाथ इस ग्रंथि का आकार बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया है

बढ़े हुए प्रोस्टेट के आम लक्षण क्या है ?

इसके लक्षण हम निम्न में प्रस्तुत कर रहे है, जिसे जान के आप इससे खुद का बचाव कर सकते है, जैसे ;

  • ये आपके पेशाब करने की शुरुआत को काफी मुश्किल बना सकती है।

  • ये आपके पेशाब करने के प्रवाह को कमजोर कर सकती है।

  • पेशाब करने में आपको ज़्यादा ज़ोर लगाना पड़ सकता है।

  • बारबार पेशाब करना पड़ सकता है।

प्रोस्टेट के लक्षणों या प्रोस्टेट के अंदर जितनी भी बीमारियां आती है उसके बारे में जान के इसके उपचार के लिए आप आरजी हॉस्पिटल का चुनाव कर सकती है। इसके इलावा आप इस हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी अपनी परेशानी के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है।

निष्कर्ष :

उम्मीद करते है कि आपको प्रोस्टेट क्या है के बारे में पता चल गया होगा। इसके इलावा इसके जटिल लक्षण दिखने पर फ़ौरन आपको डॉक्टर का चुनाव कर लेना चाहिए और किसी भी तरह की दवाई व उपचार को डॉक्टर के परामर्श पर ही शुरू करें।

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बिना ऑपरेशन के अब जूस की मदद से किडनी की पथरी को निकालना हुआ आसान ?

किडनी की पथरी आज के समय में काफी गंभीर समस्या बनी हुई है। जोकि हर व्यक्ति को अपना शिकार बना रही है। इसलिए हम आज के इस लेख में बात करेंगे कि कैसे बहुत कम लागत व कई तरह के जूस की मदद से पेशाब के माद्यम से किडनी की पथरी को हम आसानी से बाहर निकाल सकते है। तो चलिए शुरुआत करते है, किडनी की पथरी को ख़त्म करने की मुहीम को।

किडनी की पथरी की समस्या क्यों उत्पन होती है ?

 

किडनी की पथरी की समस्या क्यों उत्पन होती है, इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

 

  • डॉक्टर्स का कहना हैं, कि शरीर में पानी की कमी की वजह से पथरी की समस्या उत्पन होती है। दरअसल, ऐसा इसलिए होता है, क्युकि शरीर में यूरिक एसिड को पतला करने के लिए पर्याप्त पानी चाहिए होता है और ऐसा न होने पर मूत्र अधिक अम्लीय बन जाता है। और यह अम्लीय ही गुर्दे की पथरी बनने का मुख्य कारण बनती है। 

 

  • वही ये स्टोन अगर शरीर में लंबे समय तक बने रहें तो गंभीर समस्या भी उत्पन्न कर देते हैं। जिसके कारण मूत्र में रुकावट उत्पन्न हो सकती है, अगर ये स्टोन मूत्रवाहिनी की ओर चले जाए तो।

 

किडनी की पथरी की समस्या यदि आपमें में भी उत्पन हो गई है, तो किडनी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास जरूर से जाए।

क्या जूस पीकर हम किडनी की पथरी की समस्या से निजात पा सकते है ?

बिल्कुल पा सकते है, बस इसके लिए हमे किन जूस का इस्तेमाल करना होगा। इसके बारे में जानने की जरूरत है, जैसे ;

  • पहला है, नींबू पानी का सेवन। इसको पीकर हम जो हमारे शरीर में स्टोन बनते है, उसका खात्मा जड़ से करते है।  

 

  • सेब के सिरके, में एसिटिक एसिड होता है, एसिटिक एसिड गुर्दे की पथरी को घोलने में मदद करता है। तो वही एक अध्यन में ये भी पाया गया है, कि सेब का सिरका गुर्दे की पथरी का जड़ से खात्मा करती है। 

 

  • तुलसी की पत्ती, में एसिटिक एसिड होता है, जो गुर्दे की पथरी को तोड़ने और दर्द को कम करने में मदद करता है। इसलिए इसका सेवन जरूर से करे। 

 

  • अजवाइन का रस पीने से भी हम गुर्दे की पथरी के दर्द से निजात पा सकते है। 
  • अनार का जूस पीने से गुर्दे की पथरी और इसके कारण बनने वाले विषाक्त प्रदार्थो को ख़त्म किया जा सकता है। 

 

  • राजमा का शोरबा, पीने से भी आपकी पथरी आसानी से घुल जाती है और मूत्र मार्ग से बहार निकल आती है। 

 

  • व्हीटग्रास का जूस, पीने से भी हम गुर्दे की पथरी से आसानी से निजात पा सकते है। साथ ही इसके जूस का रोजाना यदि हम सेवन करते है, तो ये हमारे स्वाथ्य के लिए काफी लाभदायक माना जाता है।

 

यदि आप उपरोक्त जूस का इस्तेमाल करते है, अपनी पथरी को ख़त्म करने के लिए तो आप एक बार बेस्ट यूरोलॉजिस्ट लुधियाना के सम्पर्क में जरूर से आए।

सुझाव :

यदि गुर्दे के पथरी की समस्या काफी गंभीर बन गई है, तो आप उपरोक्त जूस के साथ-साथ इसका उपचार भी आरजी हॉस्पिटल से आसानी से करवा सकते हो।

निष्कर्ष :

गुर्दे के पथरी की समस्या काफी विकट समस्या बन चुकी है और समय पर इसका इलाज न किया जाए तो ये और भी खतरनाक बन जाती है। इसलिए समय पर इस समस्या पर ध्यान देकर किसी अच्छे डॉक्टर का चुनाव करके इसका उपचार शुरू करवाए।  

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