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आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल करता है यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी उपचार में लीडिंग

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आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल करता है यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी उपचार में लीडिंग

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आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि आरजी स्टोन अस्पताल को मूत्रविज्ञान से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए सबसे सर्वोत्तम मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल माना जाता है | इस संस्थान में लेटेस्ट और अग्रणी तकनीकों का इस्तेमाल कर यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी से जुड़ी समस्या हर का इलाज किया जाता है | आइये जानते है आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल किन-किन समस्याओं का इलाज करने में है सक्षम :- 

 

  1. किडनी कैंसर 
  2. गुर्दे में पथरी 
  3. प्रोस्टेट कैंसर 
  4. गॉलब्लेडर स्टोन 
  5. ओवेरियन सिस्ट 
  6. यूटेरिन फ़िब्रोइद्स 
  7. यूरेटेरिक स्ट्रीक्चर 
  8. यूरेथ्रल स्ट्रीक्चर 

 

इस संस्था के सभी डॉक्टरों उच्च स्तर के जानकर और हर समस्या का इलाज करने की विशेषज्ञता हासिल है जो हर मरीज़ का सबसे अच्छे तरीकों से इलाज करते है और यह कोशिश करते हे की उनके हॉस्पिटल में आएं सभी मरीज़ को सबसे उपयुक्त उपचार प्रदान कर सके | यदि आप मूत्रविज्ञान से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या से गुज़र रहे है तो इलाज के लिए आप आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल के विशेषग्यता पर भरोसा कर सकते है | आरजी स्टोन इस बात का हमेशा ध्यान रखता है की वह नियमित रूप से इलाज में उपयोग होने  वाले हर तकनीकों को अपडेट रख सके ताकि उनके हॉस्पिटल में आये मरीज़ों को सकारात्मक अनुभव मिल सके और किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े | 

यदि आप भी यूरोलॉजी या फिर लेप्रोस्कोपी से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से गुजर रहे है तो आज ही आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें, ताकि जल्द से जल्द समस्या का इलाज कर इससे आपको छुटकारा मिल सके | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से संपर्क कर अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक भी करवा सकता है | 

 

इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल यूट्यूब चैनल पर भी जा सकते है | इस चैनल पर आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी |     

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High Quality Health Facilities At RG Stone Urology & Laparoscopy Centre

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Our poor lifestyle is affecting our bodies every day, making us a victim of several diseases and other health conditions. One of the most commonly rising conditions that people are dealing with is the health issues associated with the urinary tract, which leads to conditions such as kidney stones, uterine fibroids, ovarian cysts and many more. If not treated on time, these conditions can get worse and lead to discomfort and pain. Therefore, it is essential to get medical attention right away.

At RG Urology & Laparoscopy Hospital, we provide a number of services that treat health issues related to the urinary tract. Our health facility is equipped with advanced technological tools and machines that result in error-free treatment and outstanding service. Our expert staff conducts a thorough assessment of your health before concluding the result and recommending treatment for the same. We provide our patients with a comprehensive understanding of the condition and the treatment they are going to receive to address all their concerns and fears and streamline the process. 

Our staff is extremely supportive and encouraging towards the patients to make them comfortable during the procedure. Our doctors specialise in dealing with health problems associated with the urinary tract system. The issues in the urinary tract can intensify without appropriate treatment; therefore, it is recommended that individuals contact RG Stone Urology & Laparoscopy Hospital for an absolute treatment with remarkable results.

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Why Is RG Stone Hospital Your Trusted Partner For Urology & Laparoscopy Treatments?

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RG Stone Urology & Laparoscopy Hospital is one of the best urology hospitals in Ludhiana. This video explains the specialisation and expertise of RG Stone Hospital. We have expertise in Kidney Stones, Hernia Repair, and Enlarged Prostate. 

Our main aim is to serve you and provide you with the best services. We specialise in offering advanced urology treatments, minimally invasive surgeries and wellness health packages. Our services are effective, and many people rely on them, not only nationally but also internationally. We have a huge list of international patients who found relief here at RG Stone Urology & Laparoscopy Hospital. 

RG Hospital is the largest chain of hospitals and the only institute to achieve ISO 9001:2000 for RIRS, Endourology, and Laparoscopic Surgeries. We are the first institute in India to introduce a 100-watt Holmium Laser. We are also the first institute to treat the youngest (9 months old) and oldest (107 years old) patients with stones. Use our wellness package and save your money by registering yourself with our essential health package worth ₹999 & ₹1999. 

 

If you or your loved ones are experiencing any problems, either stone or other male or female intimate issues, visit RG Stone Hospital today and book your consultation with our experts.

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हर्निया रोग के दौरान व्यक्ति को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?

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हर्निया एक सामान्य चिकित्सीय स्थिति है जो तब होती है जब कोई अंग या वसायुक्त ऊतक मांसपेशियों या संयोजी ऊतक में किसी कमजोर स्थान से होकर गुजरता है। जबकि अकेले आहार हर्निया का इलाज नहीं कर सकता है, यह लक्षणों को प्रबंधित करने और उपचार प्रक्रिया का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस ब्लॉग में, हम चर्चा करेंगे कि हर्निया से निपटने के दौरान व्यक्ति को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए ;

 

हर्निया रोग क्या है ?

  • हर्निया की स्थिति में मांसपेशी या ऊतक कमजोर होकर फट जाते है या उसमें छेद हो जाता है और उसके अंदर का अंग उभर कर बाहर आ जाता है। हर्निया एक सामान्य बीमारी है जिससे पीड़ित मरीज को चलते, दौड़ते या दैनिक जीवन के दूसरे कामों को करते समय दर्द होता है।
  • ज्यादातर मामलों में यह पेट में देखने को मिलता है, लेकिन यह जांघ के ऊपरी हिस्से, नाभि और कमर के आसपास भी हो सकता है। अधिकतर मामलों में हर्निया घातक नहीं होते है, लेकिन उन्हें इलाज की आवश्यकता होती है। हर्निया का एकमात्र इलाज सर्जरी है।

अगर हर्निया रोग के साथ-साथ आपको मूत्र संबंधी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

 

हर्निया के मरीज को क्या खाना चाहिए ?

 

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ : 

अपने आहार में फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को भरपूर मात्रा में शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ कब्ज को रोकने में मदद कर सकते है, जो हर्निया वाले लोगों के लिए एक आम समस्या है। कब्ज से हर्निया के लक्षण बिगड़ सकते है, इसलिए मल त्याग को नियमित बनाए रखना आवश्यक है।

 

दुबले प्रोटीन : 

चिकन, टर्की, मछली और फलियां जैसे प्रोटीन के दुबले स्रोतों को चुनें। प्रोटीन ऊतकों की मरम्मत और समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। वसायुक्त और प्रसंस्कृत मांस से बचें, क्योंकि वे वजन बढ़ाने और हर्निया के लक्षणों को खराब करने में योगदान दे सकते हैं।

 

स्वस्थ वसा : 

एवोकैडो, नट्स और जैतून का तेल जैसे स्वस्थ वसा वाले खाद्य पदार्थ शामिल करें। ये वसा सूजन को कम कर सकते है और शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं का समर्थन कर सकते है।

 

कम अम्लता वाले खाद्य पदार्थ : 

यदि आपको हाइटल हर्निया है, जो पेट के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है, तो कम अम्लता वाले खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। इनमें गैर-खट्टे फल, गैर-टमाटर-आधारित सॉस और साबुत अनाज शामिल है।

 

बार-बार भोजन करने से बचे : 

अधिक मात्रा में भोजन करने के बजाय, छोटे-छोटे, अधिक बार भोजन करने का विकल्प चुनें। इससे पेट क्षेत्र पर दबाव कम करने और असुविधा को कम करने में मदद मिल सकती है।

 

जलयोजन : 

खूब सारा पानी पीकर अच्छी तरह हाइड्रेटेड रहें। पाचन स्वास्थ्य के लिए उचित जलयोजन आवश्यक है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है।

अगर आप लुधियाना में हर्निया का इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको अनुभवी डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

 

क्या खाने से बचें !

 

भारी, मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ : 

भारी, मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों से दूर रहें, क्योंकि वे अपच का कारण बन सकते है और हर्निया से जुड़ी असुविधा को बढ़ा सकते है।

 

कार्बोनेटेड पेय पदार्थ से दूर रहें : 

कार्बोनेटेड पेय से बचें, क्योंकि वे गैस और सूजन का कारण बन सकते है, जो हर्निया के लक्षणों को बढ़ा सकते है।

 

शराब और कैफीन से दूर रहें : 

शराब और कैफीन का सेवन सीमित करें, क्योंकि वे निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर (एलईएस) को आराम दे सकते है, जिससे संभावित रूप से पेट का एसिड वापस अन्नप्रणाली में प्रवाहित हो सकता है और हायटल हर्निया के लक्षण बढ़ सकते है।

 

अत्यधिक नमक के सेवन से दूरी : 

उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थों से जल प्रतिधारण हो सकता है और पेट का दबाव बढ़ सकता है, जो हर्निया पीड़ितों के लिए असुविधाजनक हो सकता है। अपने नमक का सेवन कम करें और अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें।

 

प्रसंस्कृत शर्करा : 

अतिरिक्त शर्करा वाले खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन कम करें, क्योंकि वे वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते है और पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकते है।

 

खट्टे और टमाटर उत्पाद : 

यदि आपको हायटल हर्निया है, तो खट्टे फल और टमाटर आधारित उत्पादों जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचना सबसे अच्छा है, क्योंकि वे एसिड भाटा को ट्रिगर कर सकते है।

 

सोने से पहले अधिक भोजन से बचें : 

सोने से कुछ समय पहले अधिक भोजन करने से बचें। इससे एसिड रिफ्लक्स का खतरा बढ़ सकता है, जो विशेष रूप से हायटल हर्निया वाले व्यक्तियों के लिए चिंताजनक है।

 

हर्निया रोग के दौरान क्या सावधानियां बरते !

  • खाना बनाने के लिए, स्वस्थ तेल जैसे कि जैतून का तेल, अंगूर का तेल और एवोकैडो तेल का उपयोग करें। 
  • फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें। 
  • डीप फ्राई फूड न खाएं। 
  • प्रोसेस्ड और पैकेज्ड चीजों को खाने से परहेज करें।
  • नारियल के तेल, एवोकैडो तेल जैसे स्वस्थ तेलों का उपयोग करें
  • थोड़ा-थोड़ा करके खाना खाएं।
  • खूब पानी पिएं। प्रतिदिन लगभग आठ गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।
  • अपने दैनिक आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करें। दही, केफिर,कोम्बुचा और अचार इसके अच्छे स्त्रोत है।

 

याद रखें :

ये आहार संबंधी दिशानिर्देश हर्निया के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते है, लेकिन ये चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। और यह एक व्यापक उपचार योजना विकसित करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। कुछ मामलों में, सर्जिकल हस्तक्षेप आवश्यक हो सकता है। 

वहीं हर्निया का इलाज आप चाहें तो आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल से भी करवा सकते है।

 

निष्कर्ष :

एक संतुलित और विचारशील आहार हर्निया के लक्षणों के प्रबंधन और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक भूमिका निभा सकते है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, दुबला प्रोटीन और स्वस्थ वसा खाने से, ट्रिगर खाद्य पदार्थों और बड़े भोजन से परहेज करते हुए, हर्निया वाले व्यक्ति असुविधा को कम कर सकते है और अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते है। अपनी विशिष्ट स्थिति के अनुरूप व्यक्तिगत उपचार योजना के लिए हमेशा एक चिकित्सा पेशेवर से मार्गदर्शन लें।

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Advanced Urology

Rishabh’s success story on Kidney cancer

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Rishabh – A survivor of Kidney Cancer

Last year when Rishabh went for a regular check-up with his doctor. His life got totally changed that day when he got to know that he was having Kidney Cancer. He was scared of Kidney Cancer. At that moment he felt like his whole life had come to an end. However, he gathered the courage and consulted with a Kidney Cancer Specialist. From there, it was the start of Rishabh’s Kidney Cancer treatment in Ludhiana, which was a rough path for him, but his positive outlook and determination to live a healthy life played a great role in combating Kidney Cancer.

Rishabh Experience during treatment procedure

From the moment of diagnosis and all through his journey, he approached it with unwavering strength and resilience. He was treated under a team of skilled doctors and healthcare professionals by Best Urologist in Ludhiana who gave him personalized care and guidance throughout their treatment plan.

Rishabh underwent surgery to remove the cancer from his kidney. With the blessings of God, expertise of the surgeon, his will power and prayers of his loved ones, the procedure was a success.

After the surgery was done, the surgeons embarked on a comprehensive treatment regimen that included targeted therapies and immunotherapies. Rishabh remained optimistic throughout his journey, which helped them navigate the challenges of kidney cancer with grace and determination.

Risabh Bravely Fought through this battle with the support of his loved ones

Throughout the journey, Rishabh found immense support from his loved ones, they stood by his side every step of the way. His family was his strong support system, offering encouragement, love, and understanding during the hard time. Rishabh also found some time to connect with other kidney cancer survivors and join support groups. Rishabh found it very inspirational to share his experiences and challenges with others who had or were walking through the same path.

Rishabh as an inspirational model

As the time passed, Rishabh’s strength and resilience paid off. Rishabh started to follow a healthier lifestyle and focused on his overall well-being. He made a proper schedule to eat nutritious meals, engage in regular exercise, and practice self-care. 

Today, Rishabh stands out as an inspiration for all those facing kidney cancer. His journey makes us believe that with strong determination, a positive mindset, proper medical care and a support system, it is possible to overcome any challenges in life including overcoming challenges like kidney cancer.

Rishabh’s success story serves as a reminder for everyone that no matter how tough the battle is, there is always hope to win over any situation in life. With him successfully battling Kidney cancer, Rishabh inspired many people and gave them hope to live their lives normal again. He has motivated others to never give up and to embrace life with courage and resilience.

Importance of good medical support

The most important part of his journey was good medical support by the Kidney Cancer Treatment In Ludhiana. The proper care and health facility helped him maintain his self-confidence to deal with such a problem and helped him successfully fight against it.

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Types Of Ureteral Stones: Symptoms And Causes

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What Is a Ureteral Stone?

A Ureteral stone, which is pronounced as “yer-ree-ter-uhl”, is a crystal or a solid mass that is irregularly shaped and gets stuck in your ureter. The two tubes that move the urine from the kidney to the bladder are called ureters. There is one ureter for one kidney. 

Ureteral stones can either form in your left ureter or the right one. The size of the ureter is between 10-12 inches long in most of the adults. Stones may appear at the origin point of the ureter or at the distal end, which means away from the origin point. The origin point, which is also known as the proximal point of your ureter, is connected to the renal pelvis. Between each of your kidneys, there is a renal pelvis in the centre that is responsible for collecting the urine. The ending point of the renal pelvis is connected to the bladder. 

Generally, ureteral stones are very small and sometimes too small to be even seen with the naked eye. They usually pass through your urine without causing any problems. However, suppose the size of the ureteral stone is large enough, and it can block the passage of the pee from the kidney to the bladder. In that case, one can experience severe pain for which you can consult the best Urologist in Ludhiana. The ureteral stones are formed due to the buildup of minerals and salts in your pee. The minerals form crystals that eventually turn into stones.  

What Are The Types Of Ureteral Stones?

There are four major types of ureteral stones:

  • Calcium stones: These are one of the most common types of ureteral stones. The types of calcium stones are calcium phosphorus and calcium oxalate stones. 
  • Uric acid stones: Excessive uric acid in your pee results in the formation of uric acid stones. 
  • Struvite stones: Struvite stones can sometimes take place due to urinary tract infection (UTI). Some of the main components of struvite stones are calcium carbon-apatite and magnesium ammonium phosphate. 
  • Cystine stones: The genetic disorder known as cystinuria results in the formation of cystine stones. Cystinuria causes difficulty for the kidney to reabsorb the amino acid cysteine which results in its leakage from the kidney to urine. 

Any type of ureteral stone can be managed at a kidney hospital in ludhiana

What Are The Symptoms Of Ureteral Stones?

If you have very small ureteral stones, then they may pass through your urine without causing any complications and symptoms. However, stones that are bigger in size and causes blockage in the ureters or any of the tubes for kidney drainage may include symptoms like: 

  • Severe pain comes and goes and affects your upper flank, which involves your back and the area under your lower ribs. 
  • Pain that radiates to your lower abdomen.
  • The feeling of burning and pain while peeing.
  • Nausea
  • Vomiting
  • Discoloured or blood pee
  • Cloudy pee
  • Frequent urges to pee
  • Peeing a small amount

In case of noticing these symptoms visiting a kidney hospital in Ludhiana would help to manage the condition. 

What Are The Causes Of Ureteral Stones?

Ureteral stones are formed due to excessive formation of the substances that form stones. The substances that are responsible for the formation of ureteral stones generally pass through the urine without any complications. In case you face difficulties, then it indicates that the amount of pee is not sufficient for the body to dissolve or flush the substance. This usually happens when you don’t drink enough water, and the substance starts to crystalize. When the crystal starts to take the shape of the stone and cause complications, it is better to contact the best urologist in ludhiana to manage the situation and reduce the complications. 

What Substances Form Ureteral Stones?

The substances that cause the formation of ureteral stones are:

  • Calcium
  • Oxalate
  • Phosphate
  • Cystine
  • Uric acid
  • Xanthine

These are the types, symptoms and causes of ureteral stones. Most of the time, these stones do not cause any complications, but when they do, be sure to consult a doctor and seek their guidance before taking any medications to relieve the pain.

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Advanced Urology

Urology problems in Males and Treatments

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Urology addresses the problem related to the genito-urinary system, and the doctor who treats those patients is known as the Urologist. Urologists treat the issues related to both male and female urinary related diseases. If you’re having any problem with your urinary organ, don’t wait, just look for the Best Urologist in Ludhiana.

People generally believe that gallstones are not harmful but can be very dangerous if not treated on time. Gallstone surgery in Ludhiana is available if you’re suffering from gallstone pain. Sometimes hardened bile in your Gallbladder can cause more significant problems for you. The Gallbladder is the small organ just underneath your liver, which stores concentrated bile from the liver.

 Symptoms:

Following are a few symptoms of male urology problems:

  • Difficulty in urination
  • Pain in urination
  • Frequent urination
  • Blood in urination
  • Kidney stones
  • Pelvic pain

 Diagnosis:

The doctor will diagnose you by asking about some previous medical treatments and doing the following conditions.

  • Imaging technique: the doctor will use the correct and suitable imaging techniques, such as a CT scan, MRI, and ultrasound, depending upon the age, gender, and severity factor of your condition.
  • Lab test: in lab testing, doctors can test your blood to know the factor responsible for your urology condition. You may be affected by any virus transmitted by physical contact with your partner. Kidney stones, Urine analysis, and sperm count analysis are also in the lab tests.
  • Minimum invasive methods:Doctors can tell you to drain your bladder while it is full of urine; this will help doctors to analyse the bladder capacity, how it reacts when you empty your bladder, and how good its holding capacity is. Doctors can also use the tiny scope tied with the thread to see the minimum possible blockage in your urinary system.

Treatments:

Some male urology problems get resolved independently, but some need great care and timely treatment. Doctors are using advanced therapies to treat the full range of urology problems. Some of those treatments are as follows:

  • You will be prescribed some oral medication, such as antibiotics and symptom-relieving drugs.
  • To reduce your scar issue, doctors will use interferon and collagenase in the case of Peyronie’s disease.
  • If concern about the urology problem is not severe, then urologists can use minimally invasive methods like a tiny camera or scope to clear blockages.
  • For treating kidney and urethral stones, they can use laser treatment to remove the rock which causes urology problems.
  • The doctor will perform surgery on the damaged condition of your uterus, kidney, prostate glands, and urethra if needed.

Conclusion :

As a man ages, it is normal to experience some issues related to his genitourinary system. But if this problem can cause you pain, block the flow of urine, enlarging your prostate gland, or swelling of the prostate gland, then you should not ignore it. If you’re feeling any issue related to your urinary system, kidney, and your reproductive parts, it’s a significant matter of concern. You must immediately seek treatment at RG Stone Urology & Laparoscopy Hospital.

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पित्ताशय की पथरी में किन खाने की चीजों का सेवन करें किन का नहीं !

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पित्ताशय की पथरी एक दर्दनाक और असुविधाजनक स्थिति हो सकती है, लेकिन लक्षणों को प्रबंधित करने और आगे की जटिलताओं को रोकने में आहार विकल्प महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। इसलिए इस ब्लॉग में, हम यह पता लगाएंगे कि यदि आपको पित्ताशय में पथरी है तो आपको किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, ताकि इसे समझना और इससे बचना आसान हो सके ;

खाने योग्य खाद्य पदार्थ !

ताजे फल और सब्जियां : 

ताजे उपज फाइबर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो पित्त पथरी के प्रबंधन में मदद कर सकती है। इसलिए सेब, नाशपाती, पालक और ब्रोकोली जैसे विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों का सेवन करें।

लीन प्रोटीन : 

चिकन, टर्की और मछली जैसे लीन प्रोटीन स्रोतों का चयन करें। इन्हें आपके शरीर के लिए पचाना आसान होता है और पित्त पथरी के लक्षण उत्पन्न होने की संभावना कम होती है।

साबुत अनाज : 

ब्राउन चावल, साबुत गेहूं की ब्रेड और जई जैसे खाद्य पदार्थ आपके पित्ताशय पर अधिक भार डाले बिना आवश्यक पोषक तत्व और फाइबर प्रदान करते है।

स्वस्थ वसा : 

अच्छे वसा, जैसे कि एवोकाडो, जैतून का तेल और नट्स में पाए जाने वाले, फायदेमंद हो सकते है। वे पित्ताशय की पथरी के जोखिम को कम कर सकते है और समग्र पित्ताशय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते है।

कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स : 

दही और दूध जैसे कम वसा वाले या वसा रहित डेयरी उत्पाद चुनें। उच्च वसा वाले डेयरी उत्पादों की तुलना में ये आपके पित्ताशय पर आसान होते है।

पानी : 

खूब सारा पानी पीकर अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें। यह आपके पित्ताशय के स्वास्थ्य को बनाए रखने और पथरी बनने से रोकने में मदद करता है। पानी कम पीने की वजह से अगर आपको मूत्राशय सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

हर्बल चाय : 

पुदीना और अदरक जैसी हर्बल चाय पित्त पथरी से जुड़ी पाचन संबंधी परेशानी को शांत कर सकती है।

परहेज करने योग्य खाद्य पदार्थ !
  • तले हुए खाद्य पदार्थ, वसायुक्त मांस और भारी क्रीम से बचें। क्युकि उच्च वसा सामग्री पित्ताशय की थैली के हमलों को ट्रिगर कर सकती है।
  • प्रसंस्कृत स्नैक्स, फास्ट फूड और पहले से पैक किए गए भोजन से दूर रहें क्योंकि इनमें अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा की मात्रा अधिक होती है।
  • चीनी का सेवन कम करें, जिसमें चीनी युक्त पेय पदार्थ और मिठाइयाँ शामिल है, जो वजन बढ़ाने और पित्त पथरी के निर्माण में योगदान कर सकते है।
  • लाल मांस का सेवन सीमित करें, क्योंकि आपके पित्ताशय के लिए इसकी प्रक्रिया करना कठिन हो सकता है।
  • मसालेदार व्यंजन पित्ताशय में जलन पैदा कर सकते है और असुविधा पैदा कर सकते है। इनसे बचना या सीमित करना सबसे अच्छा है।
  • शराब पित्ताशय में जलन पैदा कर सकती है, इसलिए सलाह दी जाती है कि शराब का सेवन कम से कम करें या ख़त्म कर दें।
  • कॉफी और ऊर्जा पेय जैसे कैफीनयुक्त पेय पदार्थों का सेवन कम करें, क्योंकि वे पित्त पथरी के लक्षणों को खराब कर सकते है।

अगर आपके द्वारा उपरोक्त खाने की चीजों का सेवन बहुत ज्यादा किया गया है तो आपको लुधियाना में पित्ताशय की पथरी का इलाज जरूर से करवाना चाहिए।

ध्यान रखें :

अगर आप पित्त की पथरी की समस्या से परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए, पर ध्यान रहें अगर आप अभी शुरुआती स्टेज पर है पथरी के तो आप इस समस्या का समाधान खाने की चीजों पर रोक लगा कर भी कर सकते है।

निष्कर्ष :

संतुलित और पित्त-अनुकूल आहार इस स्थिति को प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। सरल आहार विकल्प लक्षणों को कम कर सकते है और जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकते है। उच्च वसा और प्रसंस्कृत विकल्पों से बचते हुए ताजे, और संपूर्ण खाद्य पदार्थों के सेवन पर ध्यान दें। पित्ताशय की पथरी के प्रबंधन पर व्यक्तिगत सलाह के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके आहार विकल्प आपकी विशिष्ट स्वास्थ्य आवश्यकताओं के अनुरूप हों, हमेशा एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें।

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पित्त की थैली में इन्फेक्शन – जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार के तरीके ?

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पित्ताशय की थैली में संक्रमण, जिसे कोलेसीस्टाइटिस भी कहा जाता है, एक दर्दनाक और संभावित रूप से गंभीर चिकित्सा स्थिति है, जो दुनिया भर में हजारों लोगों को प्रभावित करती है। इस लेख में, हम पित्ताशय संक्रमण के कारणों, लक्षणों और उपचार के तरीकों के बारे में चर्चा करेंगे, इसलिए इस जानकारी को जानने के लिए लेख के साथ अंत तक बने रहें ;

पित्त की थैली में इन्फेक्शन के कारण क्या है ?

पित्ताशय की थैली में संक्रमण आमतौर पर तब विकसित होता है जब पित्त, एक पाचन तरल पदार्थ, विभिन्न अंतर्निहित कारकों के कारण पित्ताशय में फंस जाता है। तो इसके कुछ सामान्य कारणों में शामिल है, जैसे ;

पित्ताशय की पथरी : 

पित्ताशय में संक्रमण का सबसे आम कारण पित्ताशय की पथरी की उपस्थिति है। ये छोटे, कठोर जमाव पित्त नलिकाओं में बाधा उत्पन्न कर सकते है, जिससे पित्ताशय में सूजन और संक्रमण हो सकता है।

पित्त में कीचड़ का जमाव : 

यह पित्त, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का मिश्रण है जो पित्ताशय में जमा हो सकता है, जिससे जलन और संक्रमण हो सकता है।

अवरुद्ध पित्त नलिकाएं : 

पित्त नलिकाओं में रुकावट पित्त के प्रवाह को रोक सकती है, जिससे पित्ताशय की सूजन हो सकती है।

संक्रमण : 

कभी-कभी, जीवाणु संक्रमण सीधे पित्ताशय पर आक्रमण कर सकता है, जिससे संक्रमण और सूजन हो सकती है।

पुरानी बीमारी : 

कुछ पुरानी बीमारियाँ, जैसे मधुमेह या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, पित्ताशय संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है।

पित्त की थैली में इन्फेक्शन को जानने के बाद आपको लुधियाना में पित्ताशय की पथरी का इलाज करवाना चाहिए। 

पित्त की थैली में इन्फेक्शन के कारण अगर आपको मूत्राशय संबंधी समस्या हो गई है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

लक्षण क्या है पित्त की थैली में इन्फेक्शन के !

पित्ताशय की थैली में संक्रमण अक्सर कई प्रकार के असुविधाजनक लक्षण पेश करता है जिनकी गंभीरता अलग-अलग हो सकती है। वहीं सामान्य लक्षणों में निम्न शामिल है ;

पेट में दर्द : 

मरीजों को अक्सर पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से या केंद्र में तीव्र, लगातार दर्द का अनुभव होता है। यह दर्द पीठ या कंधे के ब्लेड तक फैल सकता है।

बुखार और ठंड का लगना : 

पित्ताशय के संक्रमण के कारण तेज बुखार हो सकता है, साथ में ठंड लगना और पसीना भी आ सकता है।

मतली और उल्टी की समस्या : 

कोलेसीस्टाइटिस से पीड़ित कई व्यक्तियों को मिचली आ सकती है और उल्टी भी हो सकती है।

पीलिया : 

गंभीर मामलों में, जहां पित्त नलिकाएं अवरुद्ध हो जाती है, वहां आपको पीलिया की समस्या हो सकती है। इससे त्वचा और आंखों में पीलापन आ जाता है।

भूख में कमी का आना : 

मरीजों की भूख कम हो सकती है और अनपेक्षित वजन घटने का अनुभव भी हो सकता है।

पित्ताशय की थैली के संक्रमण का इलाज क्या है ?

  • पित्ताशय की थैली के संक्रमण का उपचार स्थिति की गंभीरता और अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य उपचार विधियों के बारे में बताएंगे जिनको जानकर आप पित्त की थैली में इन्फेक्शन से खुद का बचाव कर सकते है, जैसे ;
  • कोलेसीस्टाइटिस के गंभीर मामलों में अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। संक्रमण से निपटने और लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए अंतःशिरा (IV) तरल पदार्थ और एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं।
  • दर्द एक प्रमुख लक्षण है, और असुविधा को कम करने के लिए दर्द की दवाएं निर्धारित की जाती है।
  • पित्ताशय पर कार्यभार को कम करने और आगे की सूजन को रोकने के लिए मरीजों को कम वसा वाले आहार का पालन करने की सलाह दी जाती है।
  • यदि पित्ताशय की पथरी संक्रमण का कारण बन रही है, तो डॉक्टर उन्हें हटाने के लिए एक प्रक्रिया की सिफारिश कर सकते है। यह सर्जरी (कोलेसिस्टेक्टोमी) या लैप्रोस्कोपी जैसी न्यूनतम इनवेसिव विधियों के माध्यम से किया जा सकता है।
  • कुछ मामलों में, जब पित्ताशय गंभीर रूप से संक्रमित या अवरुद्ध हो जाए, तो एकत्र किए हुए पित्त को निकालने के लिए जल निकासी प्रक्रिया आवश्यक हो सकती है।
  • भविष्य में पित्ताशय की समस्याओं को रोकने के लिए मरीजों को अक्सर जीवनशैली में बदलाव जैसे वजन प्रबंधन, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  • उपचार के बाद, रोगियों को अपनी स्थिति की निगरानी करने और पूर्ण वसूली सुनिश्चित करने के लिए नियमित अनुवर्ती नियुक्तियों में भाग लेना चाहिए।
  • यदि आपको पित्ताशय की थैली में संक्रमण का संदेह है तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है, क्योंकि अनुपचारित मामलों में पित्ताशय की थैली का टूटना, फोड़ा बनना या अग्नाशयशोथ सहित गंभीर जटिलताएं हो सकती है।

 

पित्त की थैली में इन्फेक्शन के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

पित्त की थैली में इन्फेक्शन जैसी गंभीर समस्या का आप अगर सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। वहीं पित्त में इन्फेक्शन के दौरान किसी भी तरह के उपाय को खुद से न अपनाएं जब तक डॉक्टर से सलाह न लें। 

निष्कर्ष :

पित्ताशय की थैली में संक्रमण एक दर्दनाक और संभावित खतरनाक स्थिति है जो पित्ताशय की पथरी, रुकावट और संक्रमण सहित विभिन्न कारणों से हो सकती है। प्रभावी उपचार और पूरी तरह से ठीक होने के लिए लक्षणों को पहचानना और तुरंत चिकित्सा देखभाल प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। चाहे एंटीबायोटिक्स, सर्जरी, या जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से, उचित उपचार दृष्टिकोण व्यक्ति की विशिष्ट स्थिति और उसकी गंभीरता पर निर्भर करेगा। सही देखभाल के साथ, कई व्यक्ति सफलतापूर्वक पित्ताशय के संक्रमण पर काबू पा सकते है और एक स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकते है।

 

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Ureteric Stricture – Symptoms, Causes, Diagnosis & Treatment

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Ureteric Stricture – Symptoms, Causes, Diagnosis & TreatmentThe urethra is a body part of both males and females which is responsible for passing out the urine from the body. It carries the urine from the bladder and throws it out of the body passing all the way through the penis.

The ureteric stricture either blocks the flow of the urine or slows it down and causes great discomfort and pain.

Common causes of Ureteric Stricture

Ureteric Stricture is a common problem in males. The reason behind it is that males have a longer urethra. Ureteric Stricture is rarely an occurrence in females and children. Ureteric Stricture can occur at any age and at any point of the urethra, from tip to the bladder. Any such structure can restrict the flow of the urine and cause a lot of problems. Some of the reasons for Ureteric Stricture are:

  • Any shock to the urethra
  • infection such as a sexually transmitted disease
  • damage from surgery
  • conditions leading to swelling

While these are the common causes, in most of the cases, there is no cause of ureteric structure is found.

In adults, however, there are additional reasons that can cause ureteric stricture, including:

  • injury from an accident
  • direct fall onto the scrotum or perineum
  • prostate surgery
  • kidney stone removal surgery
  • urinary catheterization
  • injury from other surgical tools

Common symptoms of Ureteric Stricture

Ureteric stricture has very commonly observed symptoms which include:

  • blood in urine or dark-colored urine
  • bloody semen
  • obstructed urine stream
  • spraying urine stream
  • pain while urinating
  • abdominal pain
  • urethral leaking
  • UTIs in men
  • swelling of the penis
  • loss of bladder control

How to diagnose Ureteric stricture?

When you approach RG Stones Multi-Specialty hospital with a Ureteric stricture problem, our doctors examine your body thoroughly to identify the problem. Some of the common exams that are recommended include:

  • physical exam
  • urethral imaging (X-rays or ultrasound)
  • urethroscopy (to see the inside of the urethra)
  • retrograde urethrogram

Treatment for Ureteric Stricture

Ureteric Stricture cannot be treated with medication and other treatments are used for a successful recovery. At RG Stones Multi-Specialty hospital we recommend different types of treatment for ureteric stricture depending upon the size of the stricture. We recommend the following ureteric stricture treatment:

  • Dilation: The doctors use special methods to stretch the stricture gradually and make way for the urine to pass.
  • Urethrotomy: A specialist cut the stricture with a laser or knife through a scope
  • Open surgery: This is the process of surgically removing the stricture with reconnection and reconstruction. The doctor may possibly use grafts (urethroplasty) for a successful surgery. Our doctors specialize in open surgery and ensure successful treatment for ureteric stricture.

We are a team of reputed and highly experienced urologists who have performed several successful ureteric stricture surgeries. We ensure a successful surgery and offer quick recovery.

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