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पित्ताशय पथरी का ऑपरेशन करने के बाद, जानें क्‍या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान ?

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पित्ताशय पथरी का ऑपरेशन करने के बाद, जानें क्‍या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान ?

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पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद अकसर लोगों का सवाल होता है की उन्हें खाने में किन चीजों का परहेज करना चाहिए, तो आपको बता दे की अधिक वसायुक्त आहार को पचाने में कठिनाई होती है। इसलिए अपने खान-पान का खास ख्‍याल रखें ऑपरेशन के बाद। इसके अलावा सर्जरी के बाद क्या खाएं और क्या न खाएं इसके बारे में हम आज के लेख में चर्चा करेंगे;

क्या है पित्ताशय के पथरी की सर्जरी ?

  • पित्ताशय में पथरी का होना एक आम समस्या है। यदि आपने हाल ही में अपने पित्ताशय से पथरी निकलवाने के लिए सर्जरी कराया है, तो आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। 
  • वहीं पित्त की पथरी का उपचार आमतौर पर शल्यचिकित्सा द्वारा किया जाता है जिसमें पित्ताशय को शरीर से निकाल दिया जाता है (कोलेसीस्टेक्टॉमी)। यह एक लेप्रोस्कोपिक या कीहोल सर्जरी है जिसमें पेट में छोटे छेद के माध्यम से पूरी प्रक्रिया की जाती है। पित्त की पथरी को खत्म करने के लिए आमतौर पर अन्य कोई उपचार प्रभावी नहीं होता है।
  • इसके अलावा, पित्ताशय में पथरी बहुत पीड़ादायक होती है और इस सर्जरी को कराने के बाद आहार में कुछ बदलाव की जरूरत आपको पड़ सकती है।

पित्त की पथरी में सर्जरी की क्या है पूरी प्रक्रिया इसके बारे में जानने के लिए आपको पंजाब में गुर्दे की पथरी विशेषज्ञ का चयन करना चाहिए।

पित्ताशय के ऑपरेशन के बाद किन चीजों का करें परहेज !

  • अगर आपने जल्द ही पित्त की पथरी का ऑपरेशन करवाया है तो इसके लिए आपको मीठे खाद्य पदार्थ को बिलकुल बंद कर देना चाहिए। पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद आइसक्रीम, पेस्ट्री, कूकीज तब तक न खाएं जब तक आप पूरी तरह ठीक न हो जाएं।
  • पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद आपको सोडा, कैफीन और एल्कोहल से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही अधिक मीठे जूस और पेय पदार्थों का सेवन करने से भी बचें। 
  • सर्जरी के बाद अधिक खट्टे फल खाने से आपको बचना चाहिए।

पित्ताशय के ऑपरेशन के बाद किन चीजों को खाएं !

  • सर्जरी के बाद अधिक वसायुक्त आहार को पचाने में कठिनाई होती है। इसलिए कम वसा वाले खाद्य पदार्थ जैसे सब्जियां, दाल, साबुत अनाज और फल का सेवन करें। वहीं इन खाने की चीजों में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो डायरिया की समस्या से बचाता है। इसलिए अपने आहार में ब्रोकली और स्वीट पोटैटो सहित फाइबर युक्त सब्जियों को शामिल करें।
  • सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको हल्का और सॉफ्ट फूड लेने की सलाह देते है। इस दौरान आपको अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेना चाहिए। वहीं हल्के और सॉफ्ट फूड खाने से पाचन बेहतर रहता है। इसलिए आपको उबले आलू, केला और सफेद चावल का सेवन करना चाहिए।
  • रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आप तेजी से ठीक होने लगते है। इसलिए अपने शरीर को हाइड्रेट रखें। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे है, तो विटामिन और खनिज युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।

इन आहारों को लेने के साथ-साथ आपको कोई परेशानी आए तो अपनी जाँच लुधियाना में यूरोलॉजिस्ट से करवाते रहना चाहिए।

सुझाव :

पित्त की पथरी का ऑपरेशन आपको पथरी के दर्द की समस्या से तो निजात दिलावा देता है, लेकिन अगर आप चाहते है की इस सर्जरी का दर्द जल्दी ठीक हो जाए तो इसके लिए आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। 

पित्त की पथरी के ऑपरेशन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप पथरी की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको इसकी सर्जरी आरजी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टरों से करवाना चाहिए।

निष्कर्ष :

पित्त की पथरी के ऑपरेशन के बाद उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखें, और सामान्य सी पथरी होने पर सर्जरी का चयन न करें। वहीं आपने अगर सर्जरी करवा ली है तो उपरोक्त खाने की चीजों का खास ध्यान रखें।

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महिलाओं में पेशाब रुकने का क्या है कारण और बचाव के तरीके !

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लोगों के लिए पेशाब का रुकना काफी परेशानी खड़ी कर सकता है और ये समस्या महिला और पुरुष दोनों में पाई जाती है। वही पेशाब रुकने जैसी समस्या की बात करें, तो ये गलत खान-पान और अपनी दिनचर्या का अच्छे से ध्यान न रखने की वजह से होती है, वही ये समस्या महिलाओं में किन कारणों की वजह से उत्पन्न होती है इसके बारे में आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे ;

 

महिलाओं में पेशाब रुकने की वजह से उन्हें निम्न तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है, जैसे ;

 

  • उनमे किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है।
  • मूत्र मार्ग में गंभीर समस्याओं का खतरा हो सकता है।
  • नसों को नुकसान हो सकता है।
  • मूत्राशय से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।

 

महिलाओं में पेशाब रुकने के कारण क्या है ?

  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन।
  • मूत्राशय से जुड़ी बीमारियां।
  • नसों का डैमेज होना।
  • किसी सर्जरी की वजह से।
  • पेशाब की नली में इन्फेक्शन का होना। 
  • प्रोस्टेट के बढ़ने से भी ये समस्या होती है।
  • खानपान में कमी की वजह से भी ये समस्या देखने को मिलती है।
  • किडनी स्टोन की समस्या भी इसका एक महत्वपूर्ण कारण है।
  • कैंसर या ट्यूमर की वजह से भी महिलाओं में पेशाब रुकने की समस्या उत्पन्न होती है।

यदि यूरिनरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन की वजह से महिलाओं में पेशाब रुकता है तो इसके लिए आप लुधियाना में यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

महिलाओं में पेशाब रुकने के लक्षण क्या है ?

  • सबसे पहले उन्हें पेशाब करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
  • पेशाब का बंद होना भी उनके एक लक्षण में शामिल है।
  • तेज बुखार की समस्या का सामना करना।
  • शरीर का कांपना।
  • ठंड लगने जैसी समस्या का सामना करना।
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होना।
  • उल्टी की समस्या।

यदि महिलाओं के गुर्दे में पथरी की वजह से उनमें पेंशन रुकने के लक्षण नज़र आ रहें है तो इससे बचाव के लिए महिलाओं को पंजाब में गुर्दे की पथरी के बेस्ट डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

महिलाओं में पेशाब रुकने की समस्या का इलाज क्या है !

  • अगर आप भी पेशाब रुकने जैसी समस्या का सामना कर रहें है तो इसके लिए आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। वही सबसे पहले इस समस्या में डॉक्टर आपकी जांच करेंगे और उसके बाद इस समस्या में इलाज के लिए दवाओं के सेवन की सलाह भी दे सकते है। 
  • इसके अलावा अगर संक्रमण या अन्य किसी वजह से ये समस्या हो रही है तो एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है।

पेशाब रुकने की समस्या से निजात दिलवाने के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप भी पेशाब रुकने की समस्या का सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको अनुभवी डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए और साथ ही इसके इलाज के लिए आपको आरजी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। इसके अलावा ध्यान रहें महिलाओं को पेशाब रुकने के लक्षणों पर खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि समस्या और ज्यादा न बढ़ सकें।

 

निष्कर्ष :

पेशाब रुकने की समस्या कोई गंभीर बात तो नहीं है, क्युकी ये समस्या अपने आप होती है और अपने आप ही ठीक भी हो जाती है। लेकिन इसके लक्षण अगर आपमें गंभीर नज़र आने लगें तो इससे बचाव के लिए आपको जल्द डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए।

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गुर्दे की पथरी क्या है और इसका होना कितनी आम बात है ?

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गुर्दे की पथरी की अगर बात करें तो इसका होना कोई बड़ी बात आज के समय में नहीं माना जाता है। वही इस पथरी की अगर बात करें तो ये हर 10 में से 2 या 3 व्यक्ति को अपना शिकार बना ही लेती है। इसके अलावा गुर्दे की पथरी की समस्या क्या है और इसके अन्य बचाव के तरीके क्या हो सकते है, इसके बारे में आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे ;

क्या है गुर्दे की पथरी ?

  • गुर्दे की पथरी (यूरोलिथियासिस, या नेफ्रोलिथियासिस) गुर्दे के अंदर बनने वाले खनिजों और लवणों के कठोर द्रव्यमान है। 
  • गुर्दे की पथरी का आकार आमतौर पर चने की तरह होता है, लेकिन यह रेत के दाने जितना छोटा या गोल्फ की गेंद जितना बड़ा भी हो सकता है।

गुर्दे की पथरी कैसे बनती है ?

  • जब मूत्र में कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड और सिस्टीन जैसे कुछ पदार्थों का लेवल बढ़ने लगता है, तो वे क्रिस्टल बनाने लगते हैं जो गुर्दे से जुड़ने लगते हैं और धीरे-धीरे आकार में बढ़ कर पथरी का रूप धारण कर लेते है।

यदि आपके यूरीन में भी कैल्शियम, ऑक्सालेट की मात्रा ज्यादा बढ़ चुकी है, तो इससे बचाव के लिए आपको किडनी स्टोन का इलाज करवाना चाहिए।

गुर्दे की पथरी के जोखिम कारक क्या है ?

  • कम पानी पीने और तरल प्रदार्थो की कमी से पथरी होने का खतरा हो सकता है।
  • कुछ बीमारियों, दवाओं, गलत आहार की आदतों से पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है जैसे-मूत्र में कैल्शियम या ऑक्सालेट की अत्यधिक मात्रा।
  • आहार में कम कैल्शियम, उच्च मात्रा में ऑक्सालेट्स वाले आहार, पशु प्रोटीन ज्यादा मात्रा में या आहार में ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन जैसे कारक।
  • कैल्शियम, विटामिन-डी और विटामिन-सी की अत्यधिक खुराक लेना।
  • वंशानुगत कारक भी पथरी होने की एक एहम वजह है। 

पथरी के कारक नज़र आने पर आपको इसकी जाँच लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट से करवानी चाहिए।

गुर्दे की पथरी से कैसे करें खुद का बचाव ?

  • आहार और आदतों में कुछ बदलाव करके गुर्दे की पथरी को रोका जा सकता है
  • अच्छा मूत्र प्रवाह बनाए रखने के लिए सही मात्रा में पानी पीना चाहिए। 
  • आहार में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए, जैसे-दूध, दही, दाल, संतरे और अन्य डेयरी उत्पाद।
  • सही मात्रा में प्रोटीन खाएं- आमतौर पर दैनिक प्रोटीन की जरूरत प्रति दिन 2-3 सर्विंग से पूरी हो जाती है।
  • अपने भोजन में सोडियम की मात्रा 2-3 ग्राम तक कम करें। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जैसे कि हॉट डॉग, चटनी, ड्राई सूप, अचार इत्यादि कम-से-कम खाएं क्योंकि इनमें नमक अधिक मात्रा में होता है
  • विटामिन-सी की अत्यधिक खुराक से बचें। 
  • पालक, बादाम, मूंगफली, अखरोट, बटर, ब्लूबेरी जैसे ऑक्सालेट्स से भरे खाद्य पदार्थों के सेवन से भी बचें।

गुर्दे की पथरी का उपचार क्या है ?

  • पथरी का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि मूत्र पथ में पत्थर का आकार कितना है और किस स्थान पर है।
  • 5 मिमी से कम की पथरी आमतौर पर विशिष्ट उपचार के बिना बाहर निकल जाते है। बस तरल पदार्थ का सेवन और दर्द निवारक दवाएं लेने की आवश्यकता होती है।
  • वही 9 मिमी से ज्यादा पथरी के लिए आपको सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। 

यदि गुर्दे की पथरी ने आपकी समस्या को और बढ़ा दिया है, वही इस उपचार के लिए आपको सर्जरी की जरूर पड़े तो इसके लिए आपको आर जी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल से सम्पर्क करना चाहिए या आप इस हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी अपनी परेशानी के बारे में जान सकते है। 

निष्कर्ष :

पथरी की समस्या जितनी आम है उतनी ही ये खतरनाक भी मानी जाती है। इसके अलावा अगर पथरी के होने वाले कारक आपमें भी विद्यमान है तो इसके लिए आपको समय रहते बेहतरीन डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

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