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पित्ताशय पथरी का ऑपरेशन करने के बाद, जानें क्‍या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान ?

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Gallstones

पित्ताशय पथरी का ऑपरेशन करने के बाद, जानें क्‍या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान ?

पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद अकसर लोगों का सवाल होता है की उन्हें खाने में किन चीजों का परहेज करना चाहिए, तो आपको बता दे की अधिक वसायुक्त आहार को पचाने में कठिनाई होती है। इसलिए अपने खान-पान का खास ख्‍याल रखें ऑपरेशन के बाद। इसके अलावा सर्जरी के बाद क्या खाएं और क्या न खाएं इसके बारे में हम आज के लेख में चर्चा करेंगे;

क्या है पित्ताशय के पथरी की सर्जरी ?

  • पित्ताशय में पथरी का होना एक आम समस्या है। यदि आपने हाल ही में अपने पित्ताशय से पथरी निकलवाने के लिए सर्जरी कराया है, तो आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। 
  • वहीं पित्त की पथरी का उपचार आमतौर पर शल्यचिकित्सा द्वारा किया जाता है जिसमें पित्ताशय को शरीर से निकाल दिया जाता है (कोलेसीस्टेक्टॉमी)। यह एक लेप्रोस्कोपिक या कीहोल सर्जरी है जिसमें पेट में छोटे छेद के माध्यम से पूरी प्रक्रिया की जाती है। पित्त की पथरी को खत्म करने के लिए आमतौर पर अन्य कोई उपचार प्रभावी नहीं होता है।
  • इसके अलावा, पित्ताशय में पथरी बहुत पीड़ादायक होती है और इस सर्जरी को कराने के बाद आहार में कुछ बदलाव की जरूरत आपको पड़ सकती है।

पित्त की पथरी में सर्जरी की क्या है पूरी प्रक्रिया इसके बारे में जानने के लिए आपको पंजाब में गुर्दे की पथरी विशेषज्ञ का चयन करना चाहिए।

पित्ताशय के ऑपरेशन के बाद किन चीजों का करें परहेज !

  • अगर आपने जल्द ही पित्त की पथरी का ऑपरेशन करवाया है तो इसके लिए आपको मीठे खाद्य पदार्थ को बिलकुल बंद कर देना चाहिए। पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद आइसक्रीम, पेस्ट्री, कूकीज तब तक न खाएं जब तक आप पूरी तरह ठीक न हो जाएं।
  • पित्ताशय की पथरी के ऑपरेशन के बाद आपको सोडा, कैफीन और एल्कोहल से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही अधिक मीठे जूस और पेय पदार्थों का सेवन करने से भी बचें। 
  • सर्जरी के बाद अधिक खट्टे फल खाने से आपको बचना चाहिए।

पित्ताशय के ऑपरेशन के बाद किन चीजों को खाएं !

  • सर्जरी के बाद अधिक वसायुक्त आहार को पचाने में कठिनाई होती है। इसलिए कम वसा वाले खाद्य पदार्थ जैसे सब्जियां, दाल, साबुत अनाज और फल का सेवन करें। वहीं इन खाने की चीजों में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो डायरिया की समस्या से बचाता है। इसलिए अपने आहार में ब्रोकली और स्वीट पोटैटो सहित फाइबर युक्त सब्जियों को शामिल करें।
  • सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको हल्का और सॉफ्ट फूड लेने की सलाह देते है। इस दौरान आपको अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेना चाहिए। वहीं हल्के और सॉफ्ट फूड खाने से पाचन बेहतर रहता है। इसलिए आपको उबले आलू, केला और सफेद चावल का सेवन करना चाहिए।
  • रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आप तेजी से ठीक होने लगते है। इसलिए अपने शरीर को हाइड्रेट रखें। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे है, तो विटामिन और खनिज युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।

इन आहारों को लेने के साथ-साथ आपको कोई परेशानी आए तो अपनी जाँच लुधियाना में यूरोलॉजिस्ट से करवाते रहना चाहिए।

सुझाव :

पित्त की पथरी का ऑपरेशन आपको पथरी के दर्द की समस्या से तो निजात दिलावा देता है, लेकिन अगर आप चाहते है की इस सर्जरी का दर्द जल्दी ठीक हो जाए तो इसके लिए आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। 

पित्त की पथरी के ऑपरेशन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप पथरी की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको इसकी सर्जरी आरजी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टरों से करवाना चाहिए।

निष्कर्ष :

पित्त की पथरी के ऑपरेशन के बाद उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखें, और सामान्य सी पथरी होने पर सर्जरी का चयन न करें। वहीं आपने अगर सर्जरी करवा ली है तो उपरोक्त खाने की चीजों का खास ध्यान रखें।

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महिलाओं में पेशाब रुकने का क्या है कारण और बचाव के तरीके !

लोगों के लिए पेशाब का रुकना काफी परेशानी खड़ी कर सकता है और ये समस्या महिला और पुरुष दोनों में पाई जाती है। वही पेशाब रुकने जैसी समस्या की बात करें, तो ये गलत खान-पान और अपनी दिनचर्या का अच्छे से ध्यान न रखने की वजह से होती है, वही ये समस्या महिलाओं में किन कारणों की वजह से उत्पन्न होती है इसके बारे में आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे ;

 

महिलाओं में पेशाब रुकने की वजह से उन्हें निम्न तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है, जैसे ;

 

  • उनमे किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है।
  • मूत्र मार्ग में गंभीर समस्याओं का खतरा हो सकता है।
  • नसों को नुकसान हो सकता है।
  • मूत्राशय से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।

 

महिलाओं में पेशाब रुकने के कारण क्या है ?

  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन।
  • मूत्राशय से जुड़ी बीमारियां।
  • नसों का डैमेज होना।
  • किसी सर्जरी की वजह से।
  • पेशाब की नली में इन्फेक्शन का होना। 
  • प्रोस्टेट के बढ़ने से भी ये समस्या होती है।
  • खानपान में कमी की वजह से भी ये समस्या देखने को मिलती है।
  • किडनी स्टोन की समस्या भी इसका एक महत्वपूर्ण कारण है।
  • कैंसर या ट्यूमर की वजह से भी महिलाओं में पेशाब रुकने की समस्या उत्पन्न होती है।

यदि यूरिनरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन की वजह से महिलाओं में पेशाब रुकता है तो इसके लिए आप लुधियाना में यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

महिलाओं में पेशाब रुकने के लक्षण क्या है ?

  • सबसे पहले उन्हें पेशाब करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
  • पेशाब का बंद होना भी उनके एक लक्षण में शामिल है।
  • तेज बुखार की समस्या का सामना करना।
  • शरीर का कांपना।
  • ठंड लगने जैसी समस्या का सामना करना।
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होना।
  • उल्टी की समस्या।

यदि महिलाओं के गुर्दे में पथरी की वजह से उनमें पेंशन रुकने के लक्षण नज़र आ रहें है तो इससे बचाव के लिए महिलाओं को पंजाब में गुर्दे की पथरी के बेस्ट डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

महिलाओं में पेशाब रुकने की समस्या का इलाज क्या है !

  • अगर आप भी पेशाब रुकने जैसी समस्या का सामना कर रहें है तो इसके लिए आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। वही सबसे पहले इस समस्या में डॉक्टर आपकी जांच करेंगे और उसके बाद इस समस्या में इलाज के लिए दवाओं के सेवन की सलाह भी दे सकते है। 
  • इसके अलावा अगर संक्रमण या अन्य किसी वजह से ये समस्या हो रही है तो एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है।

पेशाब रुकने की समस्या से निजात दिलवाने के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप भी पेशाब रुकने की समस्या का सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको अनुभवी डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए और साथ ही इसके इलाज के लिए आपको आरजी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। इसके अलावा ध्यान रहें महिलाओं को पेशाब रुकने के लक्षणों पर खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि समस्या और ज्यादा न बढ़ सकें।

 

निष्कर्ष :

पेशाब रुकने की समस्या कोई गंभीर बात तो नहीं है, क्युकी ये समस्या अपने आप होती है और अपने आप ही ठीक भी हो जाती है। लेकिन इसके लक्षण अगर आपमें गंभीर नज़र आने लगें तो इससे बचाव के लिए आपको जल्द डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए।

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क्या है पेट में गांठ के कारण और कैसे पहचाने इनके लक्षण ?

पेट में गांठ का पड़ना जिसे आम भाषा में पेट के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, वही पेट में गांठ के क्या कारण है और साथ ही इसके लक्षणों को जान कर हम कैसे इससे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में बात करेंगे, तो अगर आपके पेट में सूजन व पेट फूलने जैसे कुछ लक्षण नज़र आए तो आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहे, वही इस लेख में हम पेट के गांठ या कैंसर की समस्या से कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में बात करेंगे ;

पेट में गांठ का पड़ना क्या है ?

  • सामान्य शब्दों में अगर समझा जाए तो पेट की गांठ को पेट का कैंसर या स्टमक कैंसर भी कहा जाता है। इस स्थिति में पेट बाहर की तरफ आ जाता है या फिर पेट में सूजन आ जाती है, ये गांठ के शुरुआती लक्षण होते है। 
  • वही पेट में गांठ की अगर बात करें तो ये दो तरह की होती है, जैसे यह नरम भी हो सकती है और कठोर भी हो सकती है।

पेट में गांठ के क्या कारण है ?

  • यदि पेट की गांठ व्यक्ति के ऊपरी हिस्से में है तो व्यक्ति को हर्निया की समस्या हो सकती है। 
  • पित्त में पथरी की वजह से भी व्यक्ति के पेट में गांठ हो सकती है। क्युकि पथरी की वजह से पित्त की थैली बाहर आने लगती है। इसी वजह से गांठ दिखाई देने लगती है। यदि आपके पेट में भी गांठ पित्त की पथरी की वजह से है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में पित्त पथरी की सर्जरी को जरूर करवा लेना चाहिए।
  • कैंसर से भी पेट में गांठ बन जाते है। वही इसमें कोलन, लिवर, किडनी और आंत के कैंसर को शामिल कर सकते है।
  • क्रोन, जोकि इन्फ्लमेटरी बाउज की बीमारी भी कहलाती है, जिसके कारण पाचन तंत्र की परत पर सूजन होने लगती है।

लक्षण क्या है पेट में गांठ के ?

  • पेट में दर्द का होना। 
  • पेट का फूल जाना। 
  • गांठ के आसपास जलन का होना।  
  • भूख में बदलाव का आना। 
  • जी मिचलाना। 
  • उल्टी की समस्या का सामना करना। 
  • छाती में दर्द का होना। 
  • कब्ज की समस्या। 
  • मल त्यागने में परेशानी का सामना करना। 
  • पेट में दबाव जैसा कुछ महसूस होना। 
  • वजन उठाने में दर्द का सामना करना। 
  • पेशाब बहुत कम आना। 
  • यदि गांठ के साथ खून आ रहा हो तो ये कैंसर के लक्षण हो सकते है। 

यदि आपको लक्षणों में पेशाब कम आने की मात्रा भी आपमें नज़र आ रहीं है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

पेट के कैंसर का इलाज क्या है ?

  • इसके इलाज में सबसे पहले ऑपरेशन आता है, वही जब भी आपको हार्निया, कैंसर या फिर आंतों में किसी तरह दिक्कत हो तो इसके लिए आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वही ऐसी अवस्था में डॉक्टर ऑपरेशन कराने की सलाह दे सकते है। जिसमें लेप्रोस्कोपी नाम की सर्जिकल प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।
  • इसके अलावा कीमोथेरेपी की जाती है और इसमें गांठ के आकार को कम किया जाता है। जब गांठ का आकार छोटा हो जाता है, तो कीमोथेरेपी को बंद कर दिया जाता है। 

बेस्ट कैंसर हॉस्पिटल ?

अगर आप पेट में गांठ की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इससे बचाव के लिए आपको आर जी यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। वही इस हॉस्पिटल में किडनी में पथरी से लेकर पैट के कैंसर तक का इलाज किया जाता है। 

निष्कर्ष :

पेट में गांठ की समस्या काफी खतरनाक मानी जाती है और इस तरह की समस्या से हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में हम उपरोक्त आपको बता चुके।

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गुर्दे की पथरी क्या है और इसका होना कितनी आम बात है ?

गुर्दे की पथरी की अगर बात करें तो इसका होना कोई बड़ी बात आज के समय में नहीं माना जाता है। वही इस पथरी की अगर बात करें तो ये हर 10 में से 2 या 3 व्यक्ति को अपना शिकार बना ही लेती है। इसके अलावा गुर्दे की पथरी की समस्या क्या है और इसके अन्य बचाव के तरीके क्या हो सकते है, इसके बारे में आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे ;

क्या है गुर्दे की पथरी ?

  • गुर्दे की पथरी (यूरोलिथियासिस, या नेफ्रोलिथियासिस) गुर्दे के अंदर बनने वाले खनिजों और लवणों के कठोर द्रव्यमान है। 
  • गुर्दे की पथरी का आकार आमतौर पर चने की तरह होता है, लेकिन यह रेत के दाने जितना छोटा या गोल्फ की गेंद जितना बड़ा भी हो सकता है।

गुर्दे की पथरी कैसे बनती है ?

  • जब मूत्र में कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड और सिस्टीन जैसे कुछ पदार्थों का लेवल बढ़ने लगता है, तो वे क्रिस्टल बनाने लगते हैं जो गुर्दे से जुड़ने लगते हैं और धीरे-धीरे आकार में बढ़ कर पथरी का रूप धारण कर लेते है।

यदि आपके यूरीन में भी कैल्शियम, ऑक्सालेट की मात्रा ज्यादा बढ़ चुकी है, तो इससे बचाव के लिए आपको किडनी स्टोन का इलाज करवाना चाहिए।

गुर्दे की पथरी के जोखिम कारक क्या है ?

  • कम पानी पीने और तरल प्रदार्थो की कमी से पथरी होने का खतरा हो सकता है।
  • कुछ बीमारियों, दवाओं, गलत आहार की आदतों से पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है जैसे-मूत्र में कैल्शियम या ऑक्सालेट की अत्यधिक मात्रा।
  • आहार में कम कैल्शियम, उच्च मात्रा में ऑक्सालेट्स वाले आहार, पशु प्रोटीन ज्यादा मात्रा में या आहार में ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन जैसे कारक।
  • कैल्शियम, विटामिन-डी और विटामिन-सी की अत्यधिक खुराक लेना।
  • वंशानुगत कारक भी पथरी होने की एक एहम वजह है। 

पथरी के कारक नज़र आने पर आपको इसकी जाँच लुधियाना में बेस्ट यूरोलॉजिस्ट से करवानी चाहिए।

गुर्दे की पथरी से कैसे करें खुद का बचाव ?

  • आहार और आदतों में कुछ बदलाव करके गुर्दे की पथरी को रोका जा सकता है
  • अच्छा मूत्र प्रवाह बनाए रखने के लिए सही मात्रा में पानी पीना चाहिए। 
  • आहार में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए, जैसे-दूध, दही, दाल, संतरे और अन्य डेयरी उत्पाद।
  • सही मात्रा में प्रोटीन खाएं- आमतौर पर दैनिक प्रोटीन की जरूरत प्रति दिन 2-3 सर्विंग से पूरी हो जाती है।
  • अपने भोजन में सोडियम की मात्रा 2-3 ग्राम तक कम करें। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जैसे कि हॉट डॉग, चटनी, ड्राई सूप, अचार इत्यादि कम-से-कम खाएं क्योंकि इनमें नमक अधिक मात्रा में होता है
  • विटामिन-सी की अत्यधिक खुराक से बचें। 
  • पालक, बादाम, मूंगफली, अखरोट, बटर, ब्लूबेरी जैसे ऑक्सालेट्स से भरे खाद्य पदार्थों के सेवन से भी बचें।

गुर्दे की पथरी का उपचार क्या है ?

  • पथरी का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि मूत्र पथ में पत्थर का आकार कितना है और किस स्थान पर है।
  • 5 मिमी से कम की पथरी आमतौर पर विशिष्ट उपचार के बिना बाहर निकल जाते है। बस तरल पदार्थ का सेवन और दर्द निवारक दवाएं लेने की आवश्यकता होती है।
  • वही 9 मिमी से ज्यादा पथरी के लिए आपको सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। 

यदि गुर्दे की पथरी ने आपकी समस्या को और बढ़ा दिया है, वही इस उपचार के लिए आपको सर्जरी की जरूर पड़े तो इसके लिए आपको आर जी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल से सम्पर्क करना चाहिए या आप इस हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी अपनी परेशानी के बारे में जान सकते है। 

निष्कर्ष :

पथरी की समस्या जितनी आम है उतनी ही ये खतरनाक भी मानी जाती है। इसके अलावा अगर पथरी के होने वाले कारक आपमें भी विद्यमान है तो इसके लिए आपको समय रहते बेहतरीन डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

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Prostate Diseases

Prostate Enlargement and How it can be Managed

The prostate gland is found in men or people assigned male at birth (AMAB). It is a part of the Male reproductive system. It is positioned below the urinary bladder. It hides the rectum behind it. You can feel the prostate from the rectum. It is about the size of a small lemon. It encompasses the urethra, a tube like structure connected to the urinary bladder, and empties its content. It also produces fluid that goes to the semen, and its muscles contract to push the semen through the urethra.

ENLARGEMENT OF PROSTATE

Enlargement of the prostate is primarily seen in older male adults. This is Benign Prostatic Hyperplasia (BPH). It can put pressure on the urethra, causing it to taper, and the bladder cannot drain its contents. It causes the bladder to retain urine. One should not mistake prostate enlargement for prostate cancer. Prostate enlargement also leads to other health issues like urinary tract infections and kidney problems.

It would help if you remember that these conditions can also indicate other underlying health conditions; you must consult an expert urologist in Ludhiana for a proper diagnosis.

Factors causing Prostate Enlargement

The exact reason for the occurrence of Prostate Enlargement is unknown. But it is possible that ageing and mutation in the testicular cell structure can be one of the causes.

FACTS ABOUT PROSTATE ENLARGEMENT

– The likelihood of developing an enlarged prostate increases with age.

– BPH is so common that it is said that all men will have an enlarged prostate if they live

Long enough.

– a small proportion of men over forty years have enlarged prostate and about ninety percent of men over 80 years have prostate enlargement.

– Men who have had their testicles removed at a young age due to any other conditions does not develop BPH.

– If a man’s testicles are removed after he has developed BPH, then the prostate shrinks in

Size. However, remember this is not the standard treatment for an enlarged prostate.

Above mentioned information does not qualify as an expert opinion. It would be best if you visited a licensed Urologist in Ludhiana.

SYMPTOMS OF PROSTATE ENLARGEMENT

Less than 50% of men suffering from enlarged prostate show symptoms. Some of them may include:

  1. a) Increase in the frequency of urination.
  2. b) Need to urinate two to three times per night.
  3. c) Difficulty in urination (need to apply pressure)
  4. d) blood in urine and pain during urination(may indicate infection)
  5. e) weak urine stream or dribbling.
  6. f) Urinary tract and kidney infection.
  7. g) Urinary incontinence ( inability to prevent urine from leaking from the urethra).
  8. h) Strong and sudden urge to urinate.
  9. i) Slowed or delayed onset of the urinary stream. Etc.

ROLE OF DIET IN MANAGING ENLARGED PROSTATE

It is common knowledge that a balanced diet is crucial as we age, but it becomes all the more critical in the context of BPH. Scientists believe that a Balanced diet rich in vitamins and nutrients can have a role in preventing enlarged prostate, as it is observed that some of the conditions of an enlarged prostate can be managed by following dietary guidelines that is shared by the diet specialist doctor and managing fluid intake.

Some of the food you must add to your diet are:

a)Fresh fruits and vegetables (rich in Fibre),

b)broccoli, brussels sprouts, kale(rich in Vitamin C), 

c)Flaxseed (rich in Omega 3 fatty acids),

d)Tomatoes, apricots, watermelons(rich in Lycopenes). Etc.

FOODS THAT CAN PREVENT BPH

-Avocado

-Sesame seeds

– Bell pepper

-Tofu

– Onion and garlic

– Nuts

CONCLUSION

Benign prostatic hyperplasia (BPH) is a common condition affecting a significant portion of the population. One can easily manage the condition by regulating diet and fluid intake. Getting a proper diagnosis from a reputed UROLOGIST is advisable. Some good urologists are based in PUNJAB in general and LUDHIANA in particular.

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Hindi Kidney Stones

गुर्दे की पथरी के दोबारा उत्पन्न होने के क्या है कारण व उपचार के तरीके ?

गुर्दे में पथरी का होना मतलब व्यक्ति के अंदर दर्द की समस्या का हमेशा से बने रहना। वही गुर्दे की पथरी का एक बार इलाज करने के बाद यदि वो दोबारा उत्पन्न हो जाए तो हमे क्या करना चाहिए। इसके अलावा गुर्दे की पथरी से कैसे हम खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में आज के आर्टिकल में बात करेंगे। वही पुनः उत्पन्न गुर्दे की पथरी का सामना अगर आप भी कर रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा ;

गुर्दे की पथरी दोबारा किन कारणों से उत्पन्न होती है ?

  • एक रिसर्च में ये बात सामने आई है की जिन लोगों को गुर्दे की पथरी हुई है उनमें से आधे लोगों को अगले 5 वर्षों के भीतर फिर से पथरी का अनुभव होगा।
  • वही शरीर में गुर्दे की पथरी का दोबारा से आने का मुख्य कारण ही पानी की कमी है, क्युकी हम में से ऐसे बहुत से लोग है जो समस्या ख़त्म होने पर उपचार को जारी नहीं रखते। 

अगर आपमें भी गुर्दे की पथरी काफी सालों के बाद उत्पन्न हुई है तो इससे बचाव के लिए आपको पंजाब में गुर्दे की पथरी विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए। 

गुर्दे की पथरी से हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है ?

  • पहली बात तो आपको खूब पानी पीना चाहिए।  
  • नींबू के रस और जैतून के तेल का मिश्रण किडनी की पथरी को शरीर से बाहर निकालने में काफी मददगार है इसलिए इससे बचाव के लिए इन दोनों का सेवन जरूर करें। 
  • सेब का सिरका पिए। 
  • अपने खान-पीन की दिनचर्या में अनार के रस को भी शामिल करें ।  
  • कॉर्न सिल्क (मकई के दाने का सेवन) का सेवन करें। 

गुर्दे की पथरी का उपचार कैसे किया जाता है ?

  • गुर्दे की पथरी के उपचार की बात करें कॉर्न सिल्क (मकई), गुर्दे के पथरी के इलाज में फायदेमंद है क्युकी इसके सेवन से किडनी स्टोन ठीक होता है। इसके सेवन से यूरिन ज्यादा आता है और पथरी छोटे-छोटे कणों के द्वारा बाहर निकल जाती है।
  • इसके अलावा यदि व्यक्ति की पथरी सामान्य आकार से ज्यादा बड़ी है तो ऐसे में मरीज़ की सर्जरी की जाती है, ताकि पथरी को बाहर निकाला जा सके। पर ज्यादा पानी न पीने  की वजह से ये समस्या सर्जरी के बाद भी दोबारा उत्पन्न हो जाती है।
  • वही डॉक्टरों का कहना है की अगर पथरी सामान्य आकार की है तो इसे ज्यादा पानी पीकर ठीक किया जा सकता है।

इसके अलावा पथरी बड़ी है या छोटी के बारे में जानने के लिए आपको यूरोलॉजिस्ट लुधियाना के संपर्क में आना चाहिए। और आपकी पथरी के लिए कौन सा इलाज सही है के बारे में भी जानकारी जरूर लेनी चाहिए।

गुर्दे की पथरी के लिए बेस्ट हॉस्पिटल ?

  • यदि आपकी गुर्दे की पथरी सामान्य आकार से ज्यादा बड़ी है तो इससे निजात पाने के लिए आपको आरजी स्टोन यूरोलॉजी एन्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। वही अगर आप अपनी बड़ी पथरी का इलाज करवाना चाहते है तो इस हॉस्पिटल का चयन जरूर करें।

निष्कर्ष :

जैसा की आपने उपरोक्त के लेख से जान ही लिया की गुर्दे की पथरी का इलाज करने के बाद वो दोबारा से फिर क्यों उत्पन्न होती है। इसके अलावा अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो जाए तो इससे बचाव के लिए आपको किसी अच्छे पथरी के डॉक्टर से जरूर मुलाकात करनी चाहिए।

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Urologic Diseases

Exploring the Most Common Treatments for Urological Conditions

Are you suffering from urological problems and looking for information on the most common treatments? Look no further as we dig into the universe of urology and investigate the various treatment options for urological conditions. Whether you’re needing the best urologist in Ludhiana or searching for information on gallstone surgery, this blog will give you important insights and assistance.

  1. Understanding Urological Conditions: Urological conditions encompass a range of disorders that influence different organs in both males and females. By instructing ourselves about these conditions, their symptoms, causes, and available treatment options, we can make proactive strides toward prevention, early detection, and proper administration. Seeking the advice of a professional urologist is critical for accurate diagnosis and treatment.
  2. Best Urologist: With regard to urological conditions, essential to find the best urologist who can give master care and personalized treatment. In Ludhiana, eminent urologists at RG Hospital are outfitted with extensive information and involvement in diagnosing and treating various urological conditions. They utilize state-of-the-workmanship diagnostic techniques and stay abreast of the latest advancements in urological treatments to ensure the best outcomes for their patients.
  3. Gallstones Surgery: Gallstones are one of the normal urological conditions that require clinical mediation. If you’re encountering symptoms such as severe abdominal pain, jaundice, or recurrent gallbladder inflammation, gallstone surgery might be necessary. RG Hospital offers gallstones surgery in Ludhiana with advanced surgical techniques, including negligibly invasive laparoscopic procedures, for gallstone evacuation. The master surgical group ensures patient safety and ideal recuperation while actually addressing gallstone-related issues.
  4. Treatment Options for Urological Conditions: Urological conditions can be treated through various approaches, contingent upon the specific diagnosis and severity of the condition. Some normal treatment options incorporate medication, lifestyle modifications, insignificantly invasive procedures, and surgical interventions. The treatment plan will be tailored to the individual needs of every patient, aiming to reduce symptoms, work on personal satisfaction, and prevent complications.
  5. Comprehensive Care and Patient Support: RG Hospital in Ludhiana offers comprehensive urological care, giving a scope of services beyond diagnosis and treatment. Their devoted group of healthcare professionals ensures that patients get personalized care, education, and support all through their urological venture. From pre-operative counseling to post-operative care, the focus is on patient well-being and successful outcomes.

Conclusion:

If you’re seeking the best urologist or require gallstone surgery, RG Hospital is a trusted destination for great urological care. With a patient-centered approach, state-of-the-art innovation, and a compassionate group, they strive to convey the best possible outcomes for their patients.

Keep in mind, early diagnosis and timely treatment are essential in overseeing urological conditions. Make sure to contact a trusted urologist if you’re encountering any symptoms or have concerns about your urinary well-being. Your urologist will direct you through the treatment options, address your questions, and give you the care you really want for a better and more satisfying life.

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