आजकल लोगों को शरीर से जुड़े न जानें ऐसे कौन -कौन से रोग हो जाते हैं, जिनके बारे में उनको पता भी नहीं होता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है पैरों में जलन होना। दरअसल पैरों में जलन की परेशानी होना एक आम समस्या हो सकती है। अक्सर लोगों को पैरों में जलन की शिकायत रहती है। ज्यादातर लोगों को अपने पैरों में होने वाली जलन, झनझनाहट, सुन्नपन, चुभन और गर्माहट को महसूस करते हैं। कई बार लोगों के पैरों में यह जलन बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, हालांकि आपको इसके प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। पर कई बार लोगों द्वारा इन समस्याओं को थकान, पैरों में दर्द या फिर मौसम के साथ जोड़कर नजरअंदाज कर दिया जाता है। क्योंकि यह समस्याएं लोगों को ज्यादातर रात के वक्त आराम करने के दौरान होती है, जो न सिर्फ लोगों की नींद में परेशानी पैदा करती हैं, बल्कि उनकी दिनचर्या को भी खराब कर देती हैं। आमतौर पर पैरों की जलन कई
तरह की समस्याओं का संकेत हो सकती है, जैसे डायबिटीज, विटामिन की कमी, थायराइड और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याएं। पर क्या आपको इसके बारे में पता है, कि आपके पैर में जलन का कारण किडनी से जुड़ी समस्याओं का प्रभाव भी हो सकता है। इसलिए ऐसे में इसको बिलकुल भी नज़रअंदाज न करें। आइये इस लेख के माध्यम से इसके बारे में डॉक्टर से विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं, कि किडनी की बीमारी की वजह से पैरों में जलन हो सकती है या फिर नहीं?
क्या किडनी की बीमारी से पैरों में जलन हो सकती है?
डॉक्टर का कहना है, कि किडनी हमारे शरीर का एक मुख्य अंग होती है, जो हमारे शरीर की गंदगी को बाहर निकालने और कई अन्य जरूरी कामों को करने में मदद करती है। इसके साथ ही यह मिनरल्स के संतुलन को बनाए रखने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखती है। दरअसल जब हमारी किडनी सही तरीके से काम नहीं करती है, तो हमारे शरीर में टॉक्सिन्स, जैसे कि यूरिया, क्रिएटिनिन और अन्य जहरीले पदार्थ शरीर में जमा होने लग जाते हैं, जो आमतौर पर धीरे-धीरे आपके शरीर की नसों को भी प्रभावित करते हैं, और इसके साथ ही पेरिफेरल न्यूरोपैथी का कारण बनते हैं, दरअसल इस तरह की स्थिति में सबसे पहले मरीज व्यक्ति के पैरों में जलन, झनझनाहट, चुभन, सुन्नता और इसके साथ ही शरीर में कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं। इसलिए आपको किडनी की समस्या होने पर आपके पैरों में जलन हो सकती है, जबकि यह इसका एक आम लक्षण हो सकता है।
किडनी की समस्या से पैरों में जलन होने के कारण
यूरेमिक न्यूरोपैथी
विशेष रूप से यूरेमिक न्यूरोपैथी की समस्या तब देखी जाती है, जब किडनी, फेल होने के अंतिम चरण तक पहुंच जाती है। जिसकी वजह से नसों को बहुत ज्यादा नुकसान होता है और इसके कारण पैरों में लगातार जलन, झनझनाहट और पैरों में सुन्नता होने लगती है।
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
आमतौर पर शरीर में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स को संतुलित रखना यह किडनी का एक अहम् काम होता है। जबकि किडनी खराब होने पर इन सब चीजों का संतुलन बिगड़ जाता है। दरअसल ये असंतुलन नसों के काम करने के तरीके को प्रभावित करता है और पैरों में जलन जैसी समस्यायों को बढ़ाता है।
विटामिन बी की कमी
आपको बता दें कि किडनी की समस्या से पीड़ित मरीज को अक्सर पोषण की कमी, खास तौर पर विटामिन बी12 और बी-कॉम्प्लेक्स की कमी का सामना करना पड़ता है। दरअसल यह विटामिन नसों के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होते हैं। आमतौर पर इन की कमी के कारण ही नसें कमजोर होने लगती है और इसके साथ ही जलन या फिर सुन्नपन जैसी समस्या बढ़ सकती है।
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर
आपको बता दें की डायबिटीज और हाई बीपी, यह दोनों समस्याएं पुरानी किडनी की बीमारी के सबसे आम कारण हैं और इसके साथ ही यह दोनों बीमारियां अपने आप में न्यूरोपैथी की वजह बन सकती हैं, जिसकी वजह से इस से पीड़ित मरीज के पैरों में जलन की समस्या हो सकती है।
पैरों में जलन होने पर डॉक्टर के पास कब जाएं?
आमतौर पर अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो वह लगातार पैरों में जलन, झनझनाहट या फिर कमजोरी को महसूस कर सकता है। आपको बता दें कि यह एक नसों में होने वाली गंभीर समस्या की तरफ इशारा हो सकता है। इस तरह की स्थिति को नज़रअंदाज करना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि असल में यह धीरे धीरे आपके पूरे नर्व सिस्टम को श्रति पहुंचा सकता है। इसलिए अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आते है, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- लंबे समय से आपके पैरों वाली जलन होना।
- पैरों में जलन की वजह से नींद का न आना।
- आपको चलने या फिर खड़े होने में परेशानी का होना।
- आपकी स्किन में कई तरह के बदलाव का होना या सूजन होना।
- पैरों में जलन के साथ -साथ पेशाब की समस्या या फिर चेहरे पर सूजन होना।
निष्कर्ष : आजकल लोगों को शरीर से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो रहीं हैं। इनमें से एक पैरों में जलन होना। जिसमें व्यक्ति अपने पैरों में जलन, झनझनाहट, सुन्नपन, चुभन और गर्माहट को महसूस करता है। दरअसल पैरों में जलन की समस्या तकलीफ देने वाली हो सकती है। इसलिए ऐसे में इसको बिलकुल भी नज़रअंदाज न करें, क्योंकि यह आपकी किडनी में होने वाली समस्याओं का संकेत हो सकता है। बता दें की इस समस्या को नज़रअंदाज करने से न सिर्फ आप नसों से जुड़ी समस्यायों के शिकार हो सकते हैं, बल्कि इस से आपकी किडनी फेल होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए आपके पैरों में होने वाली परेशानी को नजरअंदाज करने की जगह आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आपको भी पैरों में जलन की समस्या है या फिर इससे संबंधित कोई भी परेशानी है, जिससे आप बहुत ज्यादा परेशान हैं और आप इसका इलाज ढूंढ रहे हैं, तो आप आज ही आरजी स्टोन यूरोलॉजी और लैप्रोस्कोपी अस्पताल में जाकर आप अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. किडनी खराब होने का पहला संकेत क्या होता है?
दरअसल किडनी खराब होने का पहला संकेत पेशाब की आदतों में बदलाव होना हो सकता है, जैसे सामान्य से ज्यादा या फिर कम पेशाब का आना और इसके साथ ही पेशाब में झाग या खून आना।
प्रश्न 2. कौन से विटामिन की कमी से पैरों में जलन हो सकती है?
विटामिन बी12 की कमी से शरीर में जलन हो सकती है। आमतौर पर इस तरह की स्थिति न्यूरोपैथी की वजह बनती है, जिसके कारण आपको पैरों में जलन, झुनझुनी या फिर सुन्नता महसूस हो सकती है।
प्रश्न 3. पैरों में जलन का मुख्य कारण क्या है?
दरअसल पैरों में जलन के कई कारण हो सकती है, जिसमें सबसे आम न्यूरोपैथी है, जो अक्सर डायबिटीज की वजह से होती है। इसके अलावा विटामिन की कमी, इंफेक्शन, और उसके साथ कुछ स्वास्थ्य स्थितियां भी पैरों में जलन का कारण बन सकती हैं।