गुर्दो में पथरी होना आज कल के जीवनशैली में बहुत आम सी बात हो गयी है | किडनी स्टोन की समस्या बाकि गंभीर समस्याओं में से एक है जिसमे मरीज़ को हर समय होने वाली गंभीर दर्द की शिकायत रहती है | व्यक्ति के शरीर में स्टोन किडनी और गॉल ब्लड में हो सकता है | गुर्दो में पथरी से राहत पाने के लिए आप घरेलु उपचार की मदद ले सकते है या ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है | वही घरेलु उपचार से किडनी स्टोन जैसी समस्या से रहत पाने के लिए डाइट का भी विशेष ध्यान देना ज़रूरी होता है |
गुर्दे में पथरी की समस्या से आजकल हर व्यक्ति झुज रहा है | इस समस्या का मुख्य कारण है खराब जीवनशैली और गलत खानपान का सेवन करना |कई बार कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम का लेवल बढ़ने से गुर्दे में पथरी की समस्या हो सकती है । गुर्दे में पथरी का माप छोटा होता है, जिसके कारण अधिक पानी का सेवन करने से छोटे स्टोन को बाहर निकाला जा सकता है , वहीं अगर किडनी स्टोन माप में बड़े है तो इससे पेशाब के ज़रिये बाहर निकलना संभव नहीं | गुर्दे में पथरी के कारण पेट में दर्द के साथ-साथ मरीज़ के कमर के बाये तरह के हिस्से में भी काफी दर्द होता है |
इस समस्या से हुए दर्द या फिर छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे अपना सकते है | जिसमे से एक है कुल्थी का दाल, जिसके सही तरीके से किये गए सेवन से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है |
किडनी स्टोन के लिए कुलथी के दाल के क्या है लाभ
कुल्थी की दाल मरीज़ के शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है, खासकर किडनी स्टोन से पीड़ित मरीज़ के लिए | कुल्थी दाल के लगातार सेवन करने के कुछ ही महीनो में यह पथरी को गलाने का काम करने लग जाती है और पेशाब के जरिये बहार निकल जाती है | अगर कुल्थी दाल के पानी को अनियमित रूप से पिया जाए तो छोटे माप के किडनी स्टोन को आसानी से निकला जाते है |
कुल्थी की दाल से मिलने वाले पौष्टिक तत्व
कुल्थी के दल में कई तरह के पौष्टिक तत्व मौजूद होते है जैसे की सैपोनिन, स्टेरॉएड, फ्लेवोनॉयड्स इत्यादि जो की सेहत के लिए बहुत फायदे साबित होते है | इसके अलावा एंटी-यूरोलिथियासिस जैसे तत्व भी मौजूद होते हैं, जो पथरी को गलाने का काम करते हैं।
कुल्थी की दाल सेवन करने का सही तरीका
सबसे पहले थोड़ा सा कुल्थी के दाल को अच्छे से साफ़ कर ले | फिर इस दाल को एक कप पानी में पूरी रात भीगने के लिए छोड़ दे | सुबह उठकर इस दाल के पानी का सेवन खली पेट करे | ऐसे इस प्रक्रिया को 3-4 महीने के लिए लगातार दौहरायें | कुछ ही महीने में यह पथरी पेशाब के रस्ते बाहर निकल जाएगी |
कुल्थी दाल के फायदे क्या है ?
- नियमित रूप से इस दाल का सेवन करने से हृदय रोगी के स्वास्थ्य में सुधार आ जाता है |
- मोटापा बढ़ने से रोकता है और मोटापा को कम करने में भी सहायक है |
- ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है जिससे डायबिटीज जैसी समस्या का प्रभाव कम होता है |
- इसमें मौजूद फाइबर कब्ज जैसी बीमारी को कम करता है |
- पीरियड्स को नियमित करती है |
- इसके पानी के सेवन से बवासीर जैसे परेशानी से भी राहत मिलती है |
- पेट से जुड़ी हर परेशानी को दूर रखती है |
कभी- कभी इस परेशानी की वजह से काफी दिक़्क़्क़तों का सामना करना पड़ जाता है | ऐसे स्थिति में डॉक्टर के पास जाना ही बेहतर रहेगा | अगर इससे जुड़ी कोई भी सलाह लेना चाहते तो आप आरजी स्टोन यूरोलॉजी एंड लेप्रोस्कोपी हॉस्पिटल से ले सकते है | इस हॉस्पिटल के पास बेहतरीन डॉक्टर्स की टीम है जो की यूरोलॉजी एंड लेप्रोस्कोपी ट्रीटमेंट में एक्सपपर्ट्स है |